Tap to Read ➤

Sad Shayari In Hindi | सैड शायरी हिंदी में

मेरी गलती बस यही थी के मैंने हर, किसी को खुद से ज़्यादा जरुरी समझा।
कमाल की मोहब्बत थी मुझसे उसको अचानक,
ही शुरू हुई और बिना बताये ही ख़त्म हो गई।
जिसको आज मुझमे हजारो गलतिया नजर आती हैं,कभी उसी ने कहा था तुम जैसे भी हो मेरे हो।
मैं बैठूंगा जरूर महफ़िल में मगर पियूँगा नहीं,क्योंकि मेरा गम मिटा दे इतनी शराब की औकात नहीं।
उल्फत में कभि यह हाल होता है,आंखे हस्ती है मगर दील रोता है,मानते है हम जिससे मंजिल अपनी,हमसफ़र उसका कोई और होता है..
उस मोड़ से शुरू करनी है फिर से जिंदगी,जहा सारा शहर अपना था और तुम अजनबी।
बेवफाई उसकी दिल से मिटा के आया हूँ,ख़त भी उसके पानी में बहा के आया हूँ,कोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों को,इसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ।
और भी शायरी पढ़ने के लिए नीच क्लिक करे
👇
Click here